10 मार्च 2025 का पंचांग: सर्वार्थ सिद्धि योग में करें शुभ कार्य!

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  • आमलकी एकादशी का व्रत सर्वार्थ सिद्धि योग में शुभ
  • भगवान विष्णु और महादेव की पूजा से विशेष लाभ
  • शुभ और अशुभ समय के अनुसार कार्यों की योजना बनाएं

📜 विस्तृत पंचांग एवं व्रत कथा

आज फाल्गुन शुक्ल एकादशी है, जिसे आमलकी एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में समृद्धि आती है और कार्यों में सफलता मिलती है। विशेष रूप से, आज सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग होने से पूजा और शुभ कार्य अत्यंत फलदायी होंगे। इस दिन भगवान विष्णु के साथ महादेव की पूजा भी करनी चाहिए, जिससे कुंडली में मौजूद दोष समाप्त होते हैं और सुख-समृद्धि बढ़ती है।

🪔 पूजा विधि:

  • भगवान विष्णु को पीले फल-फूल, काले तिल, तुलसी पत्ते, पंचामृत, धूप और दीप अर्पित करें।
  • आमलकी एकादशी की व्रत कथा और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
  • रात्रि जागरण के बाद, अगले दिन स्नान व दान करने के बाद व्रत का पारण करें।
  • सोमवार होने के कारण भगवान शिव की पूजा भी करें और शिव चालीसा का पाठ करें।

📜 आज का पंचांग

पंचांग तत्व समय और विवरण
तिथि एकादशी – 07:44 AM तक, फिर द्वादशी
नक्षत्र पुष्य – 12:51 AM (11 मार्च तक), फिर अश्लेशा
करण विष्टि – 07:47 PM तक
योग शोभन – 01:57 PM तक, फिर अतिगण्ड
पक्ष शुक्ल
वार सोमवार
चंद्र राशि कर्क

🌞 सूर्योदय और चंद्रोदय का समय

घटना समय
सूर्योदय 06:37 AM
सूर्यास्त 06:27 PM
चंद्रोदय 02:52 PM
चंद्रास्त 05:00 AM (11 मार्च)

🕰️ आज के शुभ मुहूर्त

मुहूर्त समय
सर्वार्थ सिद्धि योग 06:37 AM से 12:51 AM (11 मार्च)
ब्रह्म मुहूर्त 05:00 AM से 05:48 AM
अमृत काल 06:12 PM से 07:52 PM
अभिजीत मुहूर्त 12:09 PM से 12:56 PM
विजय मुहूर्त 02:31 PM से 03:18 PM

🚫 अशुभ समय (जिनमें शुभ कार्यों से बचें)

अशुभ काल समय
राहुकाल 08:06 AM से 09:35 AM
यमगण्ड काल 11:04 AM से 12:32 PM
गुलिक काल 02:01 PM से 03:30 PM
दुष्टमुहूर्त 12:56 PM से 01:43 PM
कालवेला / अर्द्धयाम 10:33 AM से 11:20 AM
यमघण्ट 12:08 PM से 12:55 PM

📍 दिशाशूल एवं भद्रा

तत्व दिशा / समय
दिशाशूल पूर्व
भद्रा काल 06:37 AM से 07:44 AM